पंचकूला में कांग्रेस की जीत; पूर्व डिप्टी CM चंद्र मोहन ने ज्ञान चंद गुप्ता को हराया, यहां हैट्रिक लगाने से चूक गई BJP, बड़ा झटका

Chander Mohan Won Panchkula Sabha Seat Defeated Gian Chand Gupta Final Result

Chander Mohan Won Panchkula Sabha Seat Defeated Gian Chand Gupta Final Result

Chander Mohan Won Panchkula Seat: हरियाणा में पंचकूला विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। यहां बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस उम्मीदवार चंद्र मोहन ने बीजेपी के ज्ञान चंद गुप्ता को 1976 वोटों से हरा दिया। चंद्र मोहन को कुल 67,253 वोट पड़े। जबकि, बीजेपी उम्मीदवार ज्ञान चंद गुप्ता 65,277 वोट ही हासिल करने में कामयाब हो पाए। इस तरह से गुप्ता को चंद्र मोहन से करारी हार का सामना करना पड़ा।

शुरुवाती रुझान में भी पीछे थे ज्ञान चंद गुप्ता

पंचकूला में कुल 17 राउंड में वोटों की गिनती की गई। सुबह 8 बजे से जब वोटों की गिनती शुरू हुई और शुरुवाती रुझान सामने आए तो उस समय भी कांग्रेस उम्मीदवार चंद्र मोहन से ज्ञान चंद गुप्ता पीछे होते देखे गए। हालांकि, तीसरे राउंड में गुप्ता ने ज्याद वोट हासिल किए। इसके बाद चौथे-पांचवें राउंड में भी गुप्ता को ही ज्यादा मिले। लेकिन इसके बाद छठे राउंड में फिर से चंद्र मोहन को ज्यादा वोट मिले।

वहीं सातवें से दसवें राउंड तक गुप्ता के वोटों की बढ़त देखी गई। इसके बाद 11वें, 12वें और 13वें-14वें और 15वें राउंड में चंद्र मोहन ने फिर ज्यादा वोट हासिल किए। वहीं 16वें राउंड में गुप्ता ने फिर ज्यादा वोट हासिल किए। इसके बाद फ़ाइनल 17वें राउंड में चंद्र मोहन ने बढ़त बनाई और शानदार जीत हासिल की। फिलहाल, पंचकूला से ज्ञान चंद गुप्ता की साख दांव पर थी। गुप्ता बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता होने के साथ-साथ हरियाणा विधानसभा के स्पीकर भी थे।

हैट्रिक बनाने से चूक गई बीजेपी

पंचकूला विधानसभा सीट पर इस बार बीजेपी के सामने हैट्रिक लगाने का मौका था। लेकिन ज्ञान चंद गुप्ता की हार के साथ बीजेपी के हाथ निराशा लगी। पंचकूला सीट पर बीजेपी हैट्रिक लगाने से चूक गई है। बता दें कि, जहां बीजेपी ने यहां से ज्ञान चंद्र गुप्ता को और कांग्रेस ने चंद्र मोहन को उम्मीदवार बनाया था। तो वहीं यहां से जेजेपी से सुशील गर्ग और आईएनएलडी से क्षितिज चौधरी मैदान में थे।

2009 में पहली बार अस्तित्व में आई पंचकूला सीट

हरियाणा की पंचकूला विधानसभा सीट 2009 में पहली बार अस्तित्व में आई थी। 2009 के चुनाव में यहां कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार देवेंद्र कुमार बंसल को जीत मिली थी। इसके बाद यह सीट बीजेपी के पास चली गई और पिछली दो बार से यह सीट बीजेपी ही जीतती रही और ज्ञान चंद गुप्ता यहां के विधायक बने। दरअसल, 2014 के विधानसभा में चुनाव भी गुप्ता ही बीजेपी के उम्मीदवार थे। उस समय भी गुप्ता पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरे थे और जीत दिलाई थी। ये वो दौर था जब देश में मोदी लहर थी।

इसके बाद गुप्ता 2019 के चुनाव में भी ज्ञान चंद्र गुप्ता मैदान में थे और बीजेपी को दूसरी बार जीत दिलाने में सफल रहे थे। पिछले चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार को इस सीट पर 61537 वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस के चंद्र कुमार ने 55,904 वोट हासिल किए थे। तब भी जीत और हार के बीच बहुत ज्यादा का अंतर नहीं था। वहीं, 2014 के चुनाव में बीजेपी को ज्ञान चंद गुप्ता को 69,916 वोट मिले थे। INLD उम्मीदवार कुल भूषण गोयल को 25314 वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार देवेंदर कुमार बंसल तीसरे नंबर पर थे। उन्हें 15564 वोट मिले थे।

पंचकूला से जीते चंद्र मोहन पूर्व में डिप्टी सीएम रहे

पंचकूला सीट पर जीत हासिल करने वाले चंद्र मोहन पूर्व में हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे चुके हैं। वह मार्च 2005 में 2008 तक हुड्डा सरकार में डिप्टी सीएम रहे थे। इसके अलावा चंद्र मोहन 1993  से 2009 तक कालका विधानसभा सीट से 4 बार विधायक रहे। अहम बात यह भी है कि, चंद्र मोहन, हरियाणा के पूर्व सीएम भजन लाल के बड़े बेटे हैं और कुलदीप बिश्नोई के बड़े भाई हैं। कालका-पंचकूला क्षेत्र एक समय में भजन लाल के प्रभाव वाला माना जाता रहा है।